नमस्ते, मेरा नाम जूज़र फखरी है और मैं EN-HI (अंग्रेजी-हिंदी) अनुवाद पेयर का Gengo Language Specialist (भाषा विशेषज्ञ) हूँ। मैं हिंदी भाषा का नेटिव स्पीकर हूँ और मुझे अनुवाद करने का कई सालों का अनुभव है। इस आर्टिकल में मैं आपको कुछ ऐसे कंटेंट के बारे में बताऊँगा जो आपको अनुवाद करने में बहुत मददगार सिद्ध हो सकता है। मैं आपको अनुवाद की कुछ आम गलतियों के बारे में उदाहरण सहित बताऊँगा कि वे कौन सी गलतियाँ हैं और आप उनसे कैसे निपटें।
शाब्दिक (लिटरल) अनुवाद
लिटरल अनुवाद करने से बचें। केवल शब्दों का अनुवाद करने से वाक्य की भावना का अनुवाद नहीं हो पाता और साथ ही मुहावरे या वाक्यांश का अनुवाद गलत होने का डर रहता है जो बहुत ज्यादा गैर-पेशेवर दिखाई पड़ता है। अनुवाद करते समय कॉनटेक्स्ट (context) का भी ध्यान रखें।
उदाहरण 1: कॉनटेक्स्ट (संदर्भ)
• You can always address them later.
• आप उन्हें बाद में कभी भी संबोधित कर सकते हैं.
• आप उन पर बाद में कभी भी विचार कर सकते हैं.
• To address का मतलब होता है संबोधित करना, विचार करना। इस वाक्य में इसका मतलब ‘विचार करना’ है।
उदाहरण 2: लिटरल (शाब्दिक)
• The net is in the way for me to grab it.
• जाली मेरे ज़रिए पकड़ने के लिए नज़दीक ही है.
• मैं इन्हें पकड़ नहीं पा रहा क्योंकि बीच में जाली आ रही है.
• यहाँ हर शब्द का अनुवाद किया है पर ध्यान से देखने पर समझ आता है कि लेखक कुछ और कहना चाह रहा है।
गूगल ट्रांसलेट Google Translate
Google Translate का इस्तेमाल सोच समझ कर करें। यह नौसिखियों के लिए बिल्कुल नहीं हैं। शुरुआतियों को मशीन ट्रैन्स्लैशन के लालच से बचना चाहिए। उन्हें लगेगा कि वे स्मार्ट हैं और इससे काम जल्दी निपटकर बहुत पैसे कमा लेंगे। लेकिन इससे गलती भी हो जाती है और पता भी नहीं चलता। Advanced users को भी ऐसे टूल के इस्तेमाल से बचना चाहिए। इसके इस्तेमाल में बहुत कुशलता, अभ्यास और सूझ बूझ की जरूरत होती है। यदि आप जल्दबाजी में हैं तो इसका इस्तेमाल कतई न करें।
उदाहरण 3: मशीन ट्रांसलेशन (MT)
• The age chart represents ideal blood pressure.
• आयु चार्ट आदर्श रक्तचाप का प्रतिनिधित्व करता है.
• आयु का चार्ट आदर्श रक्तचाप को दर्शाता है.
• Google translate ने मतलब ही बदल दिया।
ट्रांसलिट्रेशन (Transliteration)
कई बार हमें लगता है कि हम शुद्ध हिंदी शब्दों का इस्तेमाल करके एकदम सही अनुवाद कर रहे हैं परंतु यह प्रैक्टिकल तौर पर गलत है क्योंकि उस अनुवाद का क्या फायदा जो किसी के समझ में न आए। साथ ही ओवर सिंपलीफिकेशन के लिए इसका बहुत ज्यादा प्रयोग भी नुकसानदायक है क्योंकि बहुत ज्यादा ट्रांसलिट्रेशन से अनुवाद असहज लगता है। इसके लिए दोनों में बैलेंस बनाकर रखें।
उदाहरण 4: आम बोलचाल के शब्द
• Change your telephone's settings.
• अपने दूरभाष का समायोजन बदलें.
• अपने फ़ोन की सेटिंग बदलें.
• हमें आम बोलचाल के शब्द प्रयोग करने चाहिए न कि शुद्ध शब्द।
स्पेलिंग
स्पेलिंग की गलतियाँ भी आपके अनुवाद को अरुचिकर और भद्दा बना देती हैं। इसलिए अगर आप किसी शब्द को लेकर दुविधा में हों तो बेहतर होगा अगर आप स्पेल चेकर या डिक्शनरी का इस्तेमाल करें या ऑनलाइन जाकर थोड़ा रिसर्च करे लें कि सही स्पेलिंग क्या हैं। ट्रांसलिट्रेशन में तो यह और भी अधिक जरूरी हैं।
उदाहरण 5: गलत स्पेलिंग
• Online
• आनलाइन
• ऑनलाइन
• ‘ऑन’ और ‘आन’ के अंतर को नोटिस करें।
ग्रैमर की गलतियाँ
वचन, लिंग आदि की गलतियाँ तो आसानी से अपने कंटेंट को दो-तीन बार प्रूफरीड करके दूर की जा सकती हैं। इंग्लिश भाषा की तरह हिंदी में Grammarly जैसी सुविधा उपलब्ध नहीं है या मेरी जानकारी में नहीं है। इसलिए ग्रैमर ठीक करने के लिए आपको थोड़ी मेहनत करनी होगी।
उदाहरण 6: लिंग
• She works for me.
• वह मेरे लिए काम करता है.
• वह मेरे लिए काम करती हैं.
• लिंग के अनुसार क्रिया शब्द बदलना जरूरी है।
हिंदी अनुवाद का क्षेत्र सीखने की अथाह संभावनाओ से भरा है। सीखने को बहुत कुछ है। थोड़े से प्रयास और मेहनत से आप इसमें कुशल हो सकते हैं और अपने लिए आजीविका भी कमा सकते हैं। अगर आप भी हिंदी अनुवाद में रुचि रखते हैं तो जरूर बताएं कि आपको यह आर्टिकल कैसा लगा। हमें आपकी खट्टी या मीठी दोनों प्रकार की प्रतिक्रियाओं का बेसब्री से इंतजार रहेगा।
1 comment
Great article. I too come across these problems from the other side. The output of these "puritan" Hindi creators is a pure nightmare. My Hindi is quite fine, I was born in Northern India and studied upto class 10 there, that decent. But when these Hindi posts/websites/forms show up my head starts to spin. Who says "doorbhash" in daily communications? It sounded nice on DD TV but not from the mouth of my friend or neighbour. You have no idea how horrible these Hindi posts/articles are! God save us from those writers!
Glad to know that a professional agrees with my views. Unfortunately these puritans are the ones who check the tests too! So only these weird language experts are getting selected nowadays resulting in more weird Hindi posts. Phew!